Wednesday, 30 October 2024

ऐसे थे लाल बहादुर शास्त्री भाअ

  ऐसे थे लाल बहादुर शास्त्री भाअ

1.लाल बहादुर शास्त्री की विशेषताएँ

वह सच्चे देश प्रेमी थे।

 वह एक ईमानदार व्यक्ति थे।

वह लगन के पक्के थे।

वह सादा जीवन बिताते थे।

वह जि़म्मेदारी को अच्छी तरह निभाते थे।

वह साहसी थे।

2.शास्त्री जी ने देश को जय जवान,जय किसान का नारा दिय।

3.   वाक्य                                  काम वाले शब्द 

 क) चिड़िया चहचहाती है।                चहचहाती है

   ख) गाय घास खाएगी।                     खाएगी

    ग) वह ज़ोर से हँसने लगा।            हँसने लगा

      घ) मैं नीला पेन लाई।                     लाई

4.विराम चिह्न का मिलान कीजिए-

पूर्ण विराम  ।

अल्प विराम  ,

प्रश्न वाचक  ?

उद्धरण  चिह्न  "..............."

योजक   --

क) अपना पाठ पढ़ो।

ख) तुम कब आए ?

ग) मां ने कहा,"सदा समय पर उठो।"

घ)मैं रात-दिन काम करता हूँ।

5.श्री लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे।

 उनमें देश प्रेम , ईमानदारी और साहस की भावना कूट-कूटकर भरी हुई थी ।उन्होंने "जय जवान ,जय किसान" का नारा दिया ।

6. लाल बहादुर शास्त्री  जीवन से हमें क्या प्रेरणा (सीख) मिलती है।

लाल बहादुर शास्त्री  जीवन से हमें  यह प्रेरणा (सीख) मिलती है कि 

हमें ईमानदार,देशप्रेमी,साहसी और परिश्रमी  बनना चाहिए।

हमें ज़िम्मेदारी को अच्छी तरह निभान चाहिए।

हमें ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे दूसरों को नुकसान पहुँचे।


Tuesday, 29 October 2024

ऐसे थे लालबहादुर शास्त्री -माधुरी

   ऐसे थे लालबहादुर शास्त्री -माधुरी 

1.नन्हें किसके बचपन का नाम था?

नन्हें लाल बहादुर शास्त्री जी  के बचपन का नाम था। 2.नन्हें और उसके साथी कहाँ गए थे ? नन्हें और उसके साथी बगीचे में गुलाब का फूल तोड़ने गए थे 
3.माली ने नन्हें को ही क्यों पीटा ?
सभी बच्चे माली को देखकर भाग गए। नन्हें छोटा और कमज़ोर होने के कारण जा नहीं सका। इसलिए माली ने नन्हें को पीटा।

4.माली ने नन्हें को क्या समझाया ?
माली ने नन्हें को समझाया कि पिता न होने  पर तो तुम्हारी और भी अधिक ज़िम्मेदारी है,बेटा।
5. पाठ के आधार पर सही उत्तर चुनकर लिखिए-
क) लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म मुगलसराय में हुआ था।
ख) लाल बहादुर शास्त्री जी स्वतंत्र भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने ।
ग) शास्त्री जी ने 'जय जवान, जय किसान का नारा दिया ।
घ) एक दिन नन्हें बगीचे में फूल तोड़ने पहुँचे ।

Monday, 28 October 2024

सुबह कविता

 सुबह 



सूरज की किरणें आती हैं. 
सारी कलियाँ खिल जाती हैं।


 अंधकार सब खो जाता है. 
सब जग सुंदर हो जाता है। 


चिड़ियाँ गाती हैं मिल-जुलकर,
 बहते हैं उनके मीठे स्वर। 


ठंडी-ठंडी हवा सुहानी. 
चलती है जैसे मस्तानी। 


ये प्रात: की सुख बेला है,
 धरती का सुख अलबेला है।


 नई ताज़गी, नई कहानी, 
नया जोश पाते हैं प्राणी।। 


खो देते हैं, आलस सारा, 
 और काम लगता है प्यारा।।


 सुबह भली लगती है उनको 
मेहनत प्यारी लगती जिनको। 


मेहनत सबसे अच्छा गुण है, 
आलस बहुत बड़ा दुर्गुण है। 


अगर सुबह भी अलसा जाए, 
तो क्या जग सुंदर हो पाए? 

Thursday, 24 October 2024

गर्मी की छुटटियाँ कैसे बिताई इस बारे में मित्र को पत्र लिखिए।

   पत्र लेखन

  पत्र लेखन

गर्मी की छुटटियाँ कैसे बिताई इस बारे में मित्र को पत्र लिखिए।

VIM-481

शैलश्री विहार,

चंद्रशेखरपुर,

भुवनेश्वर।

दिनांक-24 अक्टूबर 2024


प्रिय मित्र रोहित,

सप्रेम नमस्कार ।

तुम कैसे हो? हम सब यहाँ भगवान की कृपा से सकुशल हैं। हम इस बार गर्मी की छुट्टियों में कश्मीर गए थे। वहाँ की खूबसूरती ने हमारा मन मोह लिया। बर्फीले पहाड़ और रंग-बिरंगे फूल देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा। हम हाऊस बोट में भी बैठे और झील की सैर की। काश! तुम भी हमारे साथ होते तो बहुत मज़ा आता। अपने माता और पिता को मेरा प्रणाम कहना।

आपका प्यारा मित्र

पंकज



Tuesday, 22 October 2024

अपनी दादीजी को सुबह की सैर के फायदे के बारे में बताते हुए पत्र लिखिए

अपनी दादीजी को सुबह की सैर के फायदे के बारे में बताते हुए पत्र लिखिए

पूजनीय दादीजी,
सादर चरण स्पर्श।
मैं यहाँ ठीक हूँ आशा करता हूँ कि आप भी ठीक होंगी। दादी जी ,आज मैं आपको सुबह की सैर के फायदे के बारे में बताने के लिए पत्र लिख रहा हूँ। सुबह सैर करने से शरीर स्वस्थ रहता है और मन खुश रहता है। शरीर में नई ताज़गी जाती है और काम करने में भी मन लगता है।आप भी सुबह सैर करते रहिए।दादाजी, चाचा और चाची को मेरा प्रणाम कहना और टिंकू को मेरा प्यार।
आपका प्यारा पोता

संदीप  



"हमारा देश कविता" activity

https://studio.frameworkconsulting.com/project/8164/playlist/16484/shared