Monday, 28 October 2024

सुबह कविता

 सुबह 



सूरज की किरणें आती हैं. 
सारी कलियाँ खिल जाती हैं।


 अंधकार सब खो जाता है. 
सब जग सुंदर हो जाता है। 


चिड़ियाँ गाती हैं मिल-जुलकर,
 बहते हैं उनके मीठे स्वर। 


ठंडी-ठंडी हवा सुहानी. 
चलती है जैसे मस्तानी। 


ये प्रात: की सुख बेला है,
 धरती का सुख अलबेला है।


 नई ताज़गी, नई कहानी, 
नया जोश पाते हैं प्राणी।। 


खो देते हैं, आलस सारा, 
 और काम लगता है प्यारा।।


 सुबह भली लगती है उनको 
मेहनत प्यारी लगती जिनको। 


मेहनत सबसे अच्छा गुण है, 
आलस बहुत बड़ा दुर्गुण है। 


अगर सुबह भी अलसा जाए, 
तो क्या जग सुंदर हो पाए? 

Thursday, 24 October 2024

गर्मी की छुटटियाँ कैसे बिताई इस बारे में मित्र को पत्र लिखिए।

   पत्र लेखन

  पत्र लेखन

गर्मी की छुटटियाँ कैसे बिताई इस बारे में मित्र को पत्र लिखिए।

VIM-481

शैलश्री विहार,

चंद्रशेखरपुर,

भुवनेश्वर।

दिनांक-24 अक्टूबर 2024


प्रिय मित्र रोहित,

सप्रेम नमस्कार ।

तुम कैसे हो? हम सब यहाँ भगवान की कृपा से सकुशल हैं। हम इस बार गर्मी की छुट्टियों में कश्मीर गए थे। वहाँ की खूबसूरती ने हमारा मन मोह लिया। बर्फीले पहाड़ और रंग-बिरंगे फूल देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा। हम हाऊस बोट में भी बैठे और झील की सैर की। काश! तुम भी हमारे साथ होते तो बहुत मज़ा आता। अपने माता और पिता को मेरा प्रणाम कहना।

आपका प्यारा मित्र

पंकज



Tuesday, 22 October 2024

अपनी दादीजी को सुबह की सैर के फायदे के बारे में बताते हुए पत्र लिखिए

अपनी दादीजी को सुबह की सैर के फायदे के बारे में बताते हुए पत्र लिखिए

पूजनीय दादीजी,
सादर चरण स्पर्श।
मैं यहाँ ठीक हूँ आशा करता हूँ कि आप भी ठीक होंगी। दादी जी ,आज मैं आपको सुबह की सैर के फायदे के बारे में बताने के लिए पत्र लिख रहा हूँ। सुबह सैर करने से शरीर स्वस्थ रहता है और मन खुश रहता है। शरीर में नई ताज़गी जाती है और काम करने में भी मन लगता है।आप भी सुबह सैर करते रहिए।दादाजी, चाचा और चाची को मेरा प्रणाम कहना और टिंकू को मेरा प्यार।
आपका प्यारा पोता

संदीप  



पाठ-11चूँ-चूँ की टोपी- क्वीज-WB

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