ऐसे थे लाल बहादुर- भाषा अभ्यास
1. लाल बहादुर शास्त्री जी की चार विशेषताएँ लिखिए।
वह बचपन से ही अपनी ज़िम्मेदारी समझते थे।
वह हर काम को सच्चाई और ईमानदारी के साथ पूरा करते थे।
वह अपने सौंपे गए हर काम को लगन के साथ पूरा करते थे।
उनमेंं देश प्रेम, ईमानदारी और साहस की भावना भरी हुई थी।
2.शास्ती जी ने 'जय जवान, जय किसान' का नारा दिया।
3.नीचे दिए गए काम वाले शब्द (क्रिया शब्द) छाँटकर लिखिए-
वाक्य काम वाले शब्द (क्रिया शब्द)
क) चिड़िया चहचहाती है। चहचहाती है
ख) गाय घास खाएगी। खाएगी
घ) वह ज़ोर से हँसने लगा। हँसने लगा
ङ) मैं नीला पेन लाई। लाई
4.क) ध्यान दीजिए
ख) मिलान कीजिए-
पूर्ण विराम ।
अल्प विराम ,
प्रश्नवाचक ?
उद्धरम चिह्न "------------"
योजक चिह्न -
5.दिए गए अनुच्छेद में उपयुक्त स्थान पर विराम चिह्न लगाइए-
श्री लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थ ।
उनमें देश प्रेम,ईमानदारी और साहस की भावना कूट-कूटकर भरी हुई थी।
उन्होंने 'जय जवान, जय किसान' का नारा दिया।
6. लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन से हमें क्या प्रेरणा (सीख) मिलती है ? 50-60 शब्दों में लिखिए।
लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि हमें बचपन से ही अपनी ज़िम्मेदारी को समझना चाहिए। हम ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जिससे किसी को नुकसान पहुँचे। हमें जो भी कार्य सौंपा जाए, उसे सच्चाई, ईमानदारी और लगन के साथ पूरा करना चाहिए। हमें अपने देश से प्रेम करना चाहिए।
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