"उपहार का बंटवारा" कहानी के अंशों पर आधारित 10 प्रश्न और उनके उत्तर यहाँ दिए गए हैं:
| क्रम संख्या | प्रश्न | उत्तर |
|---|---|---|
| 1 | बादशाह अकबर को किस तरह के पुरुषों को अपने दरबार में रखने का शौक था? | बादशाह अकबर को विद्वान और प्रतिभाशाली पुरुषों को अपने दरबार में रखने का बहुत शौक था। |
| 2 | अकबर के दरबार में नौ गुणी व बुद्धिमान लोग किस रूप में जाने जाते थे? | अकबर के दरबार में वे नौ लोग नवरत्नों के रूप में जाने जाते थे। |
| 3 | महेशदास पहले कहाँ रहता था और वह क्या करने का निश्चय करके शहर आया था? | महेशदास एक छोटे से गाँव में रहता था। उसने निश्चय किया था कि वह बादशाह के दरबार में जाएगा और वहाँ नौकरी पाने की कोशिश करेगा। |
| 4 | महल के दरवाजे पर महेशदास को किसने रोका और प्रवेश करने से क्यों मना किया? | महेशदास को द्वारपाल ने रोका। द्वारपाल ने कहा कि बादशाह बहुत व्यस्त हैं और उसे आदेश है कि किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जाए। |
| 5 | द्वारपाल ने महेशदास को गरीब कहकर उससे क्या रिश्वत माँगी? | द्वारपाल ने कहा कि हर व्यक्ति बादशाह को देखने के लिए उसे कुछ देता है, जैसे एक गाय, एक बकरी या कढ़ाई की हुई चप्पल। |
| 6 | महेशदास ने महल में प्रवेश पाने के लिए द्वारपाल से क्या वादा किया? | महेशदास ने वादा किया कि जो कुछ भी उसे बादशाह से उपहार के रूप में मिलेगा, उसमें से वह आधा हिस्सा द्वारपाल को दे देगा। |
| 7 | अकबर ने खुश होकर महेशदास से क्या कहा? | अकबर ने कहा कि महेशदास ने उन्हें जो सम्मान दिखाया है, उससे वह बहुत खुश हैं, और बदले में वह बताएं कि उन्हें बादशाह से क्या चाहिए। |
| 8 | महेशदास ने बादशाह अकबर से इनाम के तौर पर क्या अजीब चीज़ माँगी? | महेशदास ने इनाम के तौर पर अपनी नंगी पीठ पर सौ कोड़े बरसाने का अनुरोध किया। |
| 9 | महेशदास ने सौ कोड़े माँगने के पीछे क्या कारण बताया? | महेशदास ने कारण बताया कि जब वह बादशाह से मिलने आ रहा था, तो द्वारपाल ने उससे कहा था कि उसे प्राप्त होने वाले उपहार का आधा हिस्सा उसे (द्वारपाल को) देना होगा। |
| 10 | महेशदास की चतुराई के कारण द्वारपाल को क्या सज़ा मिली, और महेशदास को बाद में किस नाम से जाना गया? | द्वारपाल को रिश्वत लेने के अपराध में सौ कोड़े मारने की सज़ा दी गई। महेशदास को उस दिन से बीरबल के नाम से जाना गया। |
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