Tuesday, 28 October 2025

उपहार का बंटवारा कहानी का प्रश्न और उत्तर

"उपहार का बंटवारा" कहानी के अंशों पर आधारित 10 प्रश्न और उनके उत्तर यहाँ दिए गए हैं:

क्रम संख्याप्रश्नउत्तर
1बादशाह अकबर को किस तरह के पुरुषों को अपने दरबार में रखने का शौक था?बादशाह अकबर को विद्वान और प्रतिभाशाली पुरुषों को अपने दरबार में रखने का बहुत शौक था।
2अकबर के दरबार में नौ गुणी व बुद्धिमान लोग किस रूप में जाने जाते थे?अकबर के दरबार में वे नौ लोग नवरत्नों के रूप में जाने जाते थे।
3महेशदास पहले कहाँ रहता था और वह क्या करने का निश्चय करके शहर आया था?महेशदास एक छोटे से गाँव में रहता था। उसने निश्चय किया था कि वह बादशाह के दरबार में जाएगा और वहाँ नौकरी पाने की कोशिश करेगा।
4महल के दरवाजे पर महेशदास को किसने रोका और प्रवेश करने से क्यों मना किया?महेशदास को द्वारपाल ने रोका। द्वारपाल ने कहा कि बादशाह बहुत व्यस्त हैं और उसे आदेश है कि किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जाए।
5द्वारपाल ने महेशदास को गरीब कहकर उससे क्या रिश्वत माँगी?द्वारपाल ने कहा कि हर व्यक्ति बादशाह को देखने के लिए उसे कुछ देता है, जैसे एक गाय, एक बकरी या कढ़ाई की हुई चप्पल।
6महेशदास ने महल में प्रवेश पाने के लिए द्वारपाल से क्या वादा किया?महेशदास ने वादा किया कि जो कुछ भी उसे बादशाह से उपहार के रूप में मिलेगा, उसमें से वह आधा हिस्सा द्वारपाल को दे देगा।
7अकबर ने खुश होकर महेशदास से क्या कहा?अकबर ने कहा कि महेशदास ने उन्हें जो सम्मान दिखाया है, उससे वह बहुत खुश हैं, और बदले में वह बताएं कि उन्हें बादशाह से क्या चाहिए।
8महेशदास ने बादशाह अकबर से इनाम के तौर पर क्या अजीब चीज़ माँगी?महेशदास ने इनाम के तौर पर अपनी नंगी पीठ पर सौ कोड़े बरसाने का अनुरोध किया।
9महेशदास ने सौ कोड़े माँगने के पीछे क्या कारण बताया?महेशदास ने कारण बताया कि जब वह बादशाह से मिलने आ रहा था, तो द्वारपाल ने उससे कहा था कि उसे प्राप्त होने वाले उपहार का आधा हिस्सा उसे (द्वारपाल को) देना होगा।
10महेशदास की चतुराई के कारण द्वारपाल को क्या सज़ा मिली, और महेशदास को बाद में किस नाम से जाना गया?द्वारपाल को रिश्वत लेने के अपराध में सौ कोड़े मारने की सज़ा दी गई। महेशदास को उस दिन से बीरबल के नाम से जाना गया।

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